Aligarh Palwal Highway News: 600 करोड़ मुआवजे के साथ अलीगढ़ – पलवाल मार्ग- हाईवे के चौड़ीकरण को मिली मंजूरी, सफर होगा और भी सुगम, अलीगढ़ – पलवल मार्ग हाईवे के नवीनीकरण और चौड़ीकरण परियोजना को सरकार द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है। 69 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के निर्माण के लिए 31 गांवों की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इनमें से 21 गांवों की 160 हेक्टेयर से भी अधिक जमीन के लिए किसानों को लगभग 600 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। इस चौड़ीकरण से न केवल यूपी, हरियाणा और दिल्ली के बीच यात्रा तेज और सुगम होगी, बल्कि गाजियाबाद में बन रहे दुहाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी बेहतर संपर्क सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही हाईवे पर नया बाईपास बनने से दिल्ली एनसीआर के लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी।

अलीगढ़-पलवल हाईवे – तीन राज्यों को जोड़ने वाला अहम हाईवे
अलीगढ़-पलवल हाईवे तीन राज्यों- यूपी, हरियाणा और दिल्ली को जोड़ेगा। जिसका सीधा लाभ दिल्ली एनसीआर को मिलेगा, जहां बढ़ते ट्रैफिक के दबाब को कम करने के लिए यह चौड़ीकरण बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। अलीगढ़-पलवल हाईवे के निर्माण से इस मार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों का न केवल समय की बचत होगी बल्कि इसके साथ-साथ पेट्रोल, डीजल की भी बचत होगी।
अलीगढ़ – पलवल मार्ग: किसानों की बदलेगी किस्मत
31 गांवों के किसानों की भूमि इस परियोजना के तहत ली जाएगी। जिसका मुआवजा 4 गुना दिया जाएगा। अलीगढ़ – पलवल मार्ग हाईवे चौड़ीकरण के लिए करीब 2500 करोड़ की लागत स्वीकृत की गई है। जिसमें 1500 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण के लिए रखा गया है। हाईवे निर्माण के लिए 31 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जानी है, जिनमें से 21 गांवों को पहले ही चिन्हित कर लिया गया है। इन गांवों की करीब 160 हेक्टेयर भूमि के लिए किसानों को ₹600 करोड़ मुआवजा देने की तैयारी चल रही है। जिससे इन गाँव के लोगों की किस्मत तो रातों- रात बदल जाएगी।
आर्थिक विकास को मिलेगी नई दिशा
अलीगढ़ – पलवल मार्ग के नवीनीकरण से इस क्षेत्र की आर्थिक व्यवस्था में भी सुधार आएगा। इस हाइवे निर्माण से समय की बचत होगी, ट्रैफिक की समस्या से भी राहत मिलेगी, विस्तार औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
अंडला में डिफेंस कॉरिडोर के बाद बनेगा फूड प्रोसेसिंग प्लांट
मुआवजा पाने वाले गांवों की सूची:
बांकनेर, गनेशपुर, नगला अस्सू, उसरह रसूलपुर, अर्राना, उदयगढ़ी, बुलाकीपुर, चौधाना, जरारा, ऐंचना, खेड़िया बुजुर्ग, इतवारपुर, डोरपुरी, श्यौराल, हामिदपुर, लक्ष्मणगढ़ी, राजपुर, रेसरी, जलालपुर, हीरपुरा व रसूलपुर।
इन गांवों के किसानों को ₹600 करोड़ से अधिक मुआवजा दिया जाएगा। भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया को शीघ्र और पारदर्शी रूप से पूरा किया जाएगा