International Jewar Airport : अलीगढ़ वासियों को हवाई सफर के लिए इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक आना काफी महंगा ओर टाइम टेकिंग होता था। लेकिन जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद अलीगढ़ जिले से सटे Yamuna express way से मात्र सवा घंटे में आप जेवर एयरपोर्ट पहुँच सकते है। अभी इस सफर को ओर सरल, सुगम बनाने के लिए केंद्र से मांग की जा रही है की धनीपुर हवाई पट्टी से भी कुछ उड़ाने जेवर एयरपोर्ट के लिए उड़ाई जाए।
जैसा की हम जानते है की आजकल टेक्सी का किराया कुछ ही किमी के लिए हजारों रुपए चार्ज करता है। जिसमें न केवल पैसा बल्कि समय का भी बहुत अपव्यय होता है। जिसके लिए केंद्र की उड़ाने अगर धनीपुर हवाई पट्टी से शुरू होती है, तो यह अलीगढ़ व उसके आस-पास के क्षेत्र के लोगों के लिए काफी आसान ओर सुगम होगा। वही ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी महज 40 किलोमीटर की है। Indra Gandhi International Airport जानें के लिए ग्रेटर नोएडा के लोगों को भी मुश्किल होता है। दिल्ली के जाम से कोन वाकिफ नहीं है। ऐसे में जेवर एयरपोर्ट का निर्माण अलीगढ़ से लेकर नोएडा तक के लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ान भरना अब बहुत आसान हो चुका है।
Jewar Airport से मिलेगी अलीगढ़ को अंतर्राष्ट्रीय पहचान, 50% तक सस्ती होगी पायलट ट्रैनिंग,
Aligarh Airport पर कामर्शियल पायलट ट्रेनिंग कोर्स की कुल लागत 22-23 लाख रुपए की रहती है, जबकि प्राइवेट पायलट ट्रेनिंग कोर्स केवल 5.50 लाख रुपए में उपलब्ध है। विदेशी पायलट की ट्रेनिंग की तुलना में यह खर्च लगभग आधा रहता है। इस तरह से धनीपुर हवाई पट्टी से पायलट ट्रैनिंग लेना विदेशी ट्रैनिंग से आधा पड़ेगा।
अलीगढ़-पलवल फोरलेन और खैर-जटटारी बाईपास बनाने की भी मंजूरी मिली मंजूरी
अलीगढ़ से पलवल के लिए फोरलेन के निर्माण को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है, जिसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। इसके साथ ही खैर-जतटारी बाईपास बनाने के लिए भी मंजूरी मिल चुकी है। जिससे खैर में लगने वाले जाम से भी लोगों को बहुत राहत मिलेगी। इस सड़क व बाईपास के बन जाने से यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में केवल एक घंटे का समय लगेगा, और वहां से जेवर एयरपोर्ट तक महज 20 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।
आपातकालीन लैन्डिंग की भी होगी व्यवस्था
एंबीशन फ्लाइंग क्लब के निदेशक विशाल गर्ग ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के संचालन से अलीगढ़ की धनीपुर हवाई पट्टी की अंतर्राष्ट्रीय महत्ता बढ़ जाएगी। जिससे देश-विदेशी निवेशकों ओर व्यापारियों के लिए आना-जाना काफी सरल हो जाएगा। क्षेत्र में हवाई यात्रा के बढ़ने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा उन्होंने बताया की धनीपुर हवाई पट्टी पर न केवल पायलट ट्रैनिंग बल्कि यहा पर आपातकालीन परिस्थिति में हवाई जहाजों की लैन्डिंग भी करायी जा सकेगी।