Khereshwar Mandir Aligarh: अलीगढ़ का शिव मंदिर जहां भगवान श्रीकृष्‍ण ने की थी महादेव की पूजा

खेरेश्वर धाम महादेव मंदिर : Khereshwar Mandir Aligarh द्वापर युग से है इस मंदिर की मान्यता, सावन में रहता है हजारों श्रद्धालुओं का ताँता, देवछट को लगता है भव्य मेला

क्या है खेरेश्वर मंदिर का इतिहास, क्यों है यह मंदिर द्वापर युग से मान्य

खेरेश्वर मंदिर का इतिहास: अलीगढ़ दिल्ली हाइवे पर लोधा चौराहे के पास स्थित श्री खेरेश्वर धाम मंदिर अपने प्राचीन इतिहास के लिए काफी चर्चित है। कहते है, यहाँ भगवान श्री कृष्ण अपने बड़े भाई बलराम के साथ मथुरा से रामघाट गंगा नहाने के लिए आये थे। यहाँ रूककर उन्होंने विश्राम किया था उस समय इस जगह एक उलसूर नमक राक्षस का बड़ा आतंक था गांव वालों ने आकर जब अपनी समस्या बलरामजी को बतायी तो उन्होंने उस राक्षस का संहार कर गांव वालों को उसके आतंक से बचाया था। फिर उन्होंने इस जगह शिवलिंग को रखकर महादेव की पूजा की तबसे यहाँ इस मंदिर की खास मान्यता है लोग दूर-दूर से यहाँ महादेव जी को जल चढ़ाने आते है। कहा जाता है, श्री कृष्ण यहाँ पांडवों के साथ भी आकर हवन कर चुके है। यह मंदिर, अकबर के दरबार के 9 नवरत्नों में से एक महान संगीतज्ञ तानसेन के गुरु स्वामी हरिदास जी की कर्मस्थली भी है। उन्होंने यहाँ काफी समय गुजारा था। यह स्थान उनकी पत्नी का समाधि स्थल भी है।

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लाखों में होती है शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़, लगता है हर साल देवछट को मेला,

यह मंदिर अपनी अदभुत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।इस मंदिर की छत धातु से है, महादेव की शिवलिंग के अलावा यहाँ अन्य देवी देवताओं की पीतल की मूर्तियाँ भी स्थापित है। इस मंदिर के पास एक छोटा सा सुन्दर तालाब है, इस मंदिर का वातावरण बहुत सुन्दर, मनमोहक और चित्त को शांति प्रदान करने वाला है। सावन के समय तो यहाँ कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की भीड़ तो देखे नहीं बनती, और देवछठ के दिन भव्य मेले का आयोजन होता है जिसमें कुश्ती, कबड्डी जैसी प्रतियोगिताएँ व अन्य कई धार्मिक आयोजन होते है। महशिवरात्री के दिन तो यहाँ पैर रखने की भी जगह नहीं होती, बताते है की उस दिन तो लाखों की भीड़ महादेव पर जलाभिषेक के लिए आती है।

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मंदिर दर्शन का उचित समय
इस मंदिर के दर्शन करने का उचित समय शरद ऋतु में जाना रहेगा।सावन के समय और शिवरात्रि के दिन तो महादेव के दर्शन होना बहुत ही दुर्लभ हो जाता है। सोमवार के दिन जाने से बचे, क्योंकि यह दिन शिव को समर्पित होता है तो इस दिन स्थानीय श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है।

स्थानीय लोगों के लिए लोकल वाहनों की खास व्यवस्था

Khereshwar Mandir Aligarh: भगवान शिव का यह मंदिर ख़ैर बाईपास सड़क पर स्थित है। जो अलीगढ शहर के केंद्र से 5 km की दूरी पर है तथा रेलवे स्टेशन व गांधीपार्क बस स्टैंड से 13 km की दूर पर है। यमुना एक्सप्रेसवे से उतरकर जेवर से यह 57 km की दूरी पर स्थित है। स्थानीय लोगों के लिए टेम्पो, ई-रिक्शा व सिटी बस की भी सुबिधा अब उपलब्ध है।

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Published by

Anjali Dixit

Anjali Dixit (अंजलि दीक्षित) is a remarkable individual who seamlessly bridges the worlds of academia and culinary artistry. She initially made a mark in the academic realm as a dedicated professor, imparting knowledge and shaping young minds. However, her passion for news and a keen interest in exploring the diverse culinary landscape of India led her to venture into the world of news and blogging.

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