गुरुवार का व्रत कब शुरू करें, लाभ, नियम विधि और बृहस्पति भगवान की कथा विधि

Guruvar Vrat Udyapan : गुरुवार व्रत रखने से भगवान विष्णु हो गये हैं आपसे खुश, पूरी हो गई आपकी इच्छा तो ऐसे करें उद्यापन, जाने गुरुवार का व्रत कब शुरू करें की पूरी विधि 

गुरुवार का व्रत कब शुरू करें: कहते हैं कि आप भगवान विष्णु से कुछ भी मनोकामना मांगते हैं, और उसके लिए आप पूरे मन से गुरुवार यानी बृहस्पतिवार का व्रत रखते हो तो भगवान विष्णु आपकी मनोकामना ज़रूर पूरी करते हैं। अगर आपकी मनोकामना पूरी हो चुकी है। और आपके द्वारा बोले गये व्रत भी समाप्त हो चुके हैं और अब आप भगवान विष्णु के व्रत का उद्यापन करना चाहते हैं तो नीचे दी गई गुरुवार का उद्यापन कब करना चाहिए से लेकर सारी जानकारियों को अच्छे से पढ़ें, जिसमें आपको वृहस्पतिवार व्रत उद्यापन सामग्री, कब करना शुभ होता है, कैसे करना होता है, गुरुवार व्रत के लाभ, गुरुवार व्रत के नियम और विधि जानकारियां विस्तार से दी गई हैं। आइये गुरुवार व्रत की उद्यापन का विस्तार से अवलोकन करते हैं – 

गुरुवार व्रत उद्यापन कब करना शुभ रहता हैं

गुरुवार व्रत को अगर आप शुरू करना चाहते हैं तो पौष माह को छोड़कर आप किसी भी महीने में शुरू कर सकते हैं। वैसे आपको बता दें की अगर आप जातक हैं और पहले से इस व्रत को रखतें आ रहें हैं तो आपको पौष माह से परहेज़ करने की ज़रूरत नहीं हैं। लेकिन गुरुवार व्रत का उद्यापन आपको पौष माह में नहीं करना हैं। इसके लिए अनुराधा नक्षत्र और महीने की शुक्ल पक्ष की तिथि शुभ मानी जाती है। तो आप इस समय में गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के व्रत का उद्यापन कर सकते हैं। 

guruvar vrat

गुरुवार व्रत के नियम: गुरुवार व्रत उद्यापन के दिन आपको क्या चीजें भूलकर भी नहीं करनी है, जिससे भगवान विष्णु हो सकते हैं रुष्ठ 

Thursday Fast Rules in Hindi | गुरुवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए

1- गुरुवार व्रत उद्यापन के दिन आपको उड़द की दाल और चावल घर में नहीं बनाने हैं ना ही उनका सेवन करना है।

2- गुरुवार व्रत उद्यापन के दिन आपको केले का सेवन निषेध बताया हैं, क्योंकि इस दिन केले के पोधे की पूजा-अर्चना की जाती है इसलिए आपको केले का सेवन नहीं करना हैं।

3- गुरुवार व्रत उद्यापन के दिन आपको बाल, दाढ़ी, नाखून इत्यादि नहीं कटाने चाहिए। स्त्रियों को आज के दिन सिर नहीं धोना चाहिए नाही वस्त्रों को साबुन से धोना चाहिए।

4- भगवान विष्णु का पीला रंग बहुत प्रिय हैं तो कोशिश करें की आज के दिन पीला वस्त्र धारण करें, भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, मिठाई, फल इत्यादि चढ़ायें। 

5- स्त्रियों को गुरुवार व्रत और इसका उद्यापन मासिक धर्म के समय करना निषेध बताया गया है तो स्त्रियां भूलकर भी इस गलती को ना करें। व्रत या उद्यापन के दिन भी अगर आप मासिक धर्म से हो जाती हैं तो आपका व्रत खंडित हो जाता है, और आपका इस दिन किया उद्यापन भी भगवान विष्णु द्वारा स्वीकृत नहीं माना जाता है। तो मासिक धर्म का आपको विशेष ध्यान रखना हैं।

गुरुवार व्रत उद्यापन विधि (Guruvar Vrat Vidhi)

  • केला और केले के पत्ते 
  • चने की दाल 
  • गुड 
  • पीले वस्त्र 
  • गैंदा की फूलमाला 
  • पाँच पीले रंग की मिठाइयाँ  
  • पीला चंदन 

गुरुवार व्रत उद्यापन की विधि 

प्रातः सुबह उठ कर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए उठें, अपने नित्य कर्मों और घर की साफ़-सफ़ाई अच्छे से करके, गंगाजल को पानी में मिला कर उससे स्नान करें। फिर मंदिर में जाकर चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु की तस्वीर को रखें, उस तस्वीर पर पीले यानी गैंदा के फूलों की माला भगवान विष्णु को पहनायें। उसके बाद चौकी के चारों पाओं में केले के पत्तों को बांधकर भगवान विष्णु की तस्वीर को कवर करें। उसके बाद भगवान विष्णु को चंदन लगायें, फल, फूल, चने की दाल और गुड का भोग लगाकर, विष्णु व्रत की कथा को कहें, उसके बाद आपको भगवान विष्णु की आरती करके पूजा को विराम देते हुए सूर्यनारायण को जल का अर्घ दें। तत्पश्चात् आपको ब्राह्मणों को भोजन कराना हैं उनको दान-दक्षिणा देने के उपरांत आपका व्रत संकल्प पूर्ण माना जाएगा। इसके बाद भोजन ग्रहण कर सकते हैं।

गुरुवार व्रत के लाभ

गुरुवार व्रत को हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है और इसके कई लाभ माने जाते हैं। यहाँ कुछ मुख्य लाभ हैं:

  • गुरु कृपा: गुरुवार को व्रत रखने से भगवान विष्णु और भगवान बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है, जो विद्या, धर्म और समृद्धि के प्रतीक हैं।
  • धर्मिक उन्नति: गुरुवार को व्रत रखने से धर्मिक उन्नति होती है। यह साधना की भावना को मजबूत करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
  • आर्थिक समृद्धि: गुरुवार को व्रत रखने से आर्थिक समृद्धि में वृद्धि होती है, क्योंकि गुरु बृहस्पति धन के देवता माने जाते हैं।
  • जीवन में शांति: गुरुवार को व्रत रखने से मानसिक शांति मिलती है। यह अशुभ ग्रहों के प्रभाव को दूर करके जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति में मदद करता है।
  • आध्यात्मिक विकास: गुरुवार के व्रत से आध्यात्मिक विकास होता है। यह व्रत शुद्धि, उच्चता और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ाता है।

ये सभी लाभ गुरुवार व्रत के अनुष्ठान से प्राप्त हो सकते हैं, लेकिन इसके अलावा भी ध्यान रखना चाहिए कि हर व्रत को सही तरीके से और श्रद्धा से आचरण करना चाहिए।

बृहस्पति भगवान की कथा विधि

बृहस्पति भगवान की कई कथाएँ हैं, जो उनके महत्व को दर्शाती हैं। यहाँ एक प्रसिद्ध कथा है जो बृहस्पति भगवान के विषय में है:

कथा के अनुसार, एक समय परिणय समारोह के दौरान, देवता और असुर मिलकर समुद्र मंथन करने का निर्णय लेते हैं। समुद्र मंथन के दौरान अनेक अमृत कलशों और विशेष वस्त्र प्रकट होते हैं। लेकिन इसके साथ ही हलाहल विष भी प्रकट होता है, जो सभी के लिए अत्यंत हानिकारक होता है।

देवता और असुरों को इस हलाहल के प्रभाव से बचने के लिए विष्णु भगवान की मदद चाहिए। विष्णु भगवान इस समस्या का समाधान करने के लिए अपने वाहन गरुड़ के साथ उड़कर आते हैं।

विष्णु भगवान के आगमन पर सभी देवता और असुर खुशी से भर जाते हैं, और उनसे हलाहल को पियने के लिए विनम्रता से निवेदन करते हैं। इस पर विष्णु भगवान देवताओं की सहायता के लिए एकान्त स्थान पर बैठे हुए बृहस्पति भगवान का उपासन करने का सुझाव देते हैं।

देवता और असुर उनके सुझाव का पालन करते हैं, और बृहस्पति भगवान की पूजा करते हैं। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें हलाहल का पराभव होता है, और विष्णु भगवान उसे पी लेते हैं।

इस कथा से स्पष्ट होता है कि बृहस्पति भगवान का महत्व देवताओं के लिए कितना अधिक है और उनकी पूजा का क्या महत्व है। इसके अलावा, बृहस्पति भगवान को विद्या, बुद्धि, धर्म, और धन का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, उनकी पूजा और उनके आशीर्वाद से जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

UP Board Toppers Prize 2024 : यूपी बोर्ड मेधावी छात्र होंगे मालामाल, यूपी बोर्ड टॉपर्स को मिलेगा लाखों का इनाम 

UP Board Toppers: अनुमान लगाया जा रहा है कि मिड अप्रैल तक 10 वीं और 12 वीं का रिजल्ट UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित कर दिया जाएगा। हर साल उत्तर प्रदेश सरकार टॉपर्स छात्र- छात्राओं के लिए विशेष इनामों का आयोजन करती है, जिसका लाखों का बजट होता है। आइये जानते है कि 2024 यूपी टॉपर्स के लिए क्या इनाम उत्तर प्रदेश सरकार ने सोच के रखें हैं। 

Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Parishad 2024 :  22 फ़रवरी 2024 से शुरू हुई सभी बोर्ड परीक्षाएं 9 मार्च 2024 तक करा ली गई जिसमें लगभग 55 लाख विद्यार्थियों ने पेपर दिये। नक़ल की सख़्ती होने की वजह से 3 लाख कुछ विद्यार्थी तो एग्जाम हॉल में ही नहीं बैठें। 20 मार्च से कॉपी चेक होने का काम शुरू किया गया जोकि 31 मार्च तक पूरा कर लिया गया हैं। अब बच्चों को अपने रिज़ल्ट्स का बेसब्री से इंतज़ार है। तो उनके लिए बता दें की उनको अब और ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा अप्रैल के मध्य तक रिजल्ट अनाउंस हो सकता है। जिसे आप यूपीएमएसपी की ऑफिसियल वेबसाईट पर जाकर चेक कर सकते हो। 

UP Board 10th 12th Result 2024: यूपी बोर्ड रिजल्ट डेट चेक – कल आ जायेगा 10th  एंड 12th का रिजल्ट ?

UP Board Toppers Prize 2024 : जिन छात्रों को लगता है कि वो यूपी बोर्ड 2024 के रिजल्ट में अव्वल होंगे। उनको तो रिजल्ट का बेसब्री से इंतज़ार होगा ही साथ-ही-साथ यूपी बोर्ड टॉपर को सरकार से मिलने वाले इनाम को भी जानने की इच्छा मन में उठ रही होगी। यूपी सरकार द्वारा हर साल परीक्षाओं में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को उनकी मेहनत के लिए पुरुस्कृत किया जाता हैं। तो इस साल भी उम्मीद हैं कि सरकार ने अव्वल विद्यार्थियों के लिए कुछ स्पेशल सोच के रखा होगा। 

गत वर्षों में दिये गये अव्वल विद्यार्थियों को इनाम, टॉपर्स को मिल सकता है कैश प्राइज 

यूपी बोर्ड (UP Board) में अव्वल आने वाले छात्रों को सरकार कैश मनी के रूप में इनाम देती है, पिछले वर्ष 2023 में सरकार ने 4 करोड़ की धनराशि अव्वल छात्रों में वितरित करने के लिए रखी थी जिसमें 30 लाख का सबसे ज़्यादा बैजेट लखनऊ के मेधावी छात्रों में वितरित करने के लिए रखा गया था। साथ ही उच्च स्तरीय मेरिट में अव्वल छात्रों के लिए 25 लाख की राशि आवंटित करने के लिए सुनिश्चित की गई थी। 2022 में यूपी बोर्ड टॉपर्स को 1 लाख रुपए के साथ लैपटॉप वितरित किया गया था। जिससे विद्यार्थियों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। अब देखना हैं कि 2024 के टॉपर्स के लिए UP सरकार ने क्या इनाम सोच के रखा हैं।

रिजल्ट UPMSP की साईट पर कैसे देखें 

1 – सबसे पहले आपको उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर जाना होगा।

2 – उसके बाद यूपीएमएसपी की वेबसाइट के होम पेज पर रिजल्ट 2024 का लिंक दिखेगा। आपको उस पर क्लिक करना है।

3 – उसके बाद 10 वीं वाले 10 वीं का रिजल्ट सेलेक्ट करें और 12 वीं वाले 12 वीं का रिजल्ट सेलेक्ट करें 

4 –  उसके बाद रिजल्ट का विंडो खुलेगा उसमें अपनी पर्सनल डिटेल जैसे रोल नंबर और जन्म तिथि डालनी हैं।

5 – इसके बाद आपका रिजल्ट आपको स्क्रीन पर दिख जाएगा।

उप बोर्ड में लास्ट ईयर टॉप करने वालों छात्रों की लिस्ट

RankCandidate NameDistrictScorePercentage
1Priyanshi SoniSitapur590/60098.33%
2Kushagra PandeyKanpur Dehat587/60097.83%
2Mishkat NoorAyodhya587/60097.83%
3Krishna JhaMathura586/60097.67%
3Arpit GangwarPilibhit586/60097.67%
3Shreyshi SinghSultanpur586/60097.67%

UP Board 10th 12th Result 2024: यूपी बोर्ड रिजल्ट डेट चेक – कल आ जायेगा 10th  एंड 12th का रिजल्ट ?

UP Board 10th 12th Result 2024 : कुल 12 दिन में 55 लाख उत्तरपुस्तिका हुई चेक, 10 वीं 12 वीं के रिजल्ट पर अपडेट 

उत्तर प्रदेश स्टेट बोर्ड ऑफ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन परिणाम

यूपी बोर्ड रिजल्ट 2024 : 9 मार्च 2024 तक सभी बोर्ड परीक्षाएं करा ली गई थी। खबर आई है कि, 31 मार्च तक सभी उत्तर पुस्तिकाओं का करेक्शन भी करा लिया गया। अब इंतज़ार है तो बस रिजल्ट का, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) जल्द ही अप्रैल के महीने में रिजल्ट को UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर देगी।

UP Board High School Intermediate Results 2024 Update : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) ने इस 2024 में लगभग 55 लाख विद्यार्थियों की परीक्षा समय से करा कर, समय से ही उनकी उत्तर पुस्तिका का करेक्शन भी कर लिया। अब बस उनके रिजल्ट को UP Board की वेबसाइट पर अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है हालांकि अभी कोई डेट देक्लैर नहीं हुई लेकिन जल्द ही अप्रैल महीने में यूपी बोर्ड का रिजल्ट यूपीएमएसपी की आधिकारिक वेबसाइट पर आपको देखने को मिल जाएगा। 

अप्रैल 2024 के दूसरे हफ़्ते तक आ सकते हैं नतीजे

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद रिजल्ट 2024 के लिए छात्रों को ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा, अप्रैल के दूसरे हफ़्ते तक यूपीएमएसपी अपनी ऑफिसियल वेबसाइट upmsp.edu.in पर अपलोड कर देगी। उप बोर्ड के रिजल्ट की अनुमानित तारीख 15 अप्रैल के आस पास है, बता रहे हैं कि up board का रिजल्ट कल भी आ सकता है, अपडेटेड डेट के लिए अंडला डॉट इन पर चेक करते रहें 10 वीं 12 वीं के छात्र इस वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट ऑनलाइन देख सकते हैं।

यूपी बोर्ड रिजल्ट कैसे चेक करें 

1 – सबसे पहले आपको उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद – यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर जाना होगा।

2 – उसके बाद यूपीएमएसपी (upmsp) की वेबसाइट के होम पेज पर रिजल्ट 2024 का लिंक दिखेगा। आपको उस पर क्लिक करना है।

3 – उसके बाद 10 वीं वाले 10 वीं का रिजल्ट सेलेक्ट करें और 12 वीं वाले 12 वीं का रिजल्ट सेलेक्ट करें 

4 –  उसके बाद रिजल्ट का विंडो खुलेगा उसमें अपनी पर्सनल डिटेल जैसे रोल नंबर और जन्म तिथि डालनी हैं।

5 – इसके बाद आपका रिजल्ट आपको स्क्रीन पर दिख जाएगा।

अंडला में डिफेंस कॉरिडोर के बाद बनेगा फूड प्रोसेसिंग प्लांट

ADA का खैर में आवासीय कॉलोनी बनाने के साथ अंडला में भी फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट को बनाने के लिए लगी मोहर

Aligarh Development Authority: अलीगढ़ विकास प्राधिकरण को हाल ही में 200 करोड़ रुपए वित्तीय वर्ष के शुरू होते ही मिलने की खबर सामने आयी है। जिस धनराशि का प्रयोग खैर के सुजानपुर गाँव में आवासीय और औद्योगिक कॉलोनी का निर्माण कार्य शुरू होगा। उसी के साथ खैर रोड से आगे डिफ़ेंस कॉरिडोर के बीच में स्थित अंडला गाँव में भी फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट लगने के भी खबर सामने आ रही है। 

Aligarh News: अलीगढ़ क्षेत्र में विकास के नये-नये आयाम खुल रहें है। पहले डिफ़ेंस कॉरिडोर, अलीगढ़ हवाई अड्डा, ज़ेवर एयरपोर्ट, खैर में आवासीय कॉलोनी इत्यादि बड़े-बड़े प्रोजेक्ट पर काम तेज़ी से चल रहा है। इसके चलते निवेशकों का आना भी इस मण्डल में शुरू हो गया है। औद्योगिक विकास को भी प्रगति मिल रही है। अंडला में डिफ़ेंस कॉरिडोर प्रोजेक्ट बनने के समय पर, अंडला में फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट के बनने की भी खबर सामने आयी थी मगर उस समय इस पर चर्चा तो हुई मगर यह कुछ कारणों वश प्रक्रिया में नहीं आ पायी। मगर अब ADA का खैर में आवासीय कॉलोनी बनाने के काम में प्रोग्रेस देखकर साफ़ लग रहा है कि अंडला में भी फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट का सपना भी जल्द पूरा होने के लिए मोहर लग सकती है।

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निवेशक कर रहे यहां ज़मीनों का बैनामा 

खैर में आवासीय कॉलोनी और अंडला में डिफेंस कॉरिडोर निर्माण से इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास तेज़ी से मोड़ लेगा। ज़िला उद्योग केंद्र में  निवेशक ज़मीनों का ब्यौरा लेते रहते हैं। कई निवेशकों ने ज़मीनों के बैनामें करवाना भी शुरू कर दिया हैं। जिस तरह से यह प्रोग्रेस हो रही है उससे लगता है ज़मीनों के दाम एक दम से उछाल मारेंगे इस क्षेत्र में, इसलिए अभी से निवेशकों, व्यापारियों ने यह ज़मीनें ख़रीद के डालना शुरू कर दिया हैं। क्योंकि कई निवेशक यहां इंडस्ट्री लगाने का सोच रहे हैं। अंडला क्षेत्र में जीएस ब्राउन बेकर की और से फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट लगने का कार्य शुरू होना था। जिसके पहले चरण में यह वेयर हाउस बनाने की बात साझा हुई थी।

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जीएस ब्राउन बेकर ब्रेड बनाने का काम करती है

अन्डला में फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण करने वाली कंपनी जीएस ब्राउन बेकर असल में बनाने का कार्य करती है। इसकी एक यूनिट अलीगढ़ के तालनागरी जगह पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि, अंडला में फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट में ना केवल ब्रेड बल्कि अन्य बैकिंग खाने के आइटम्स बनायें जाएँगे। 

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पहले काशी और अब यमुना नदी में उतर गया ‘गरुड़’, मथुरा-वृंदावन के कराएगा दर्शन

मथुरा-वृंदावन की यात्रा कराने के लिए यमुना में उतारा गरुण,  मंदिरों के दर्शन में होगी सुविधा, टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यमुना में वाटर-वे बनाने की घोषणा

Mathura Vrindavan Cruise News: मंगलवार को मथुरा की यमुना नदी में क्रूज (Cruise) उतार दिया गया है। तकनीकी टीम इसके संचालन में ज़ोरों से लगी हुई है। जल्द ही यह क्रूज मथुरा-वृंदावन की सैर कराने के लिए तैयार हो जाएगा। 

मथुरा क्रूज लाइंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीईओ अतुल तेवतीया ने कहा – श्रद्धालुओं के लिए क्रूज से मथुरा-वृंदावन के मंदिरों की यात्रा उनके आकर्षण का केंद्र बनेगी। इसके अलावा हर साल हज़ारों श्रद्धालुओं की भीड़ श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा-वृंदावन घूमने के लिए आती है। जिसके चलते श्रद्धालुओं का मथुरा-वृंदावन की छोटी-छोटी गलियों में घूमना कठिन हो जाता है, लेकिन अब अगर आप मथुरा-वृंदावन घूमने जाना चाहते है तो शौक़ से जाइए, आपके लिए क्रूज की व्यवस्था आपकी यात्रा को ख़ुशनुमा बना देगी। आइये आपको बता दें कि इस क्रूज में आपको क्या-क्या सुविधाएँ मिल सकेंगी –

1 – इस क्रूज में खाने-पीने की सुविधा प्रदान की जाएगी 

2 – इस क्रूज में एक साथ 100 से ज़्यादा यात्री सफ़र कर सकेंगे। आराम दायक कुर्सियों का भी इंतज़ाम इस क्रूज में किया गया है।

3 – इस क्रूज पर यात्रियों की धार्मिक आस्था व मनोरंजन का पूरा ध्यान रखा जाएगा, जिसके लिए टीवी, व सीन सीनेरियो का भी पूरा इंतज़ाम होगा 

4 – गाइड की टीम होगी जो आपको ज़रूरी सूचना व मथुरा-वृंदावन के इतिहास से आपको रूबरू कराएगी 

शिव मंदिर जहां भगवान श्रीकृष्‍ण ने की थी महादेव की पूजा

क्रूज का नाम “गरुण क्रूज” रखा गया 

मथुरा क्रूज लाइंस के सीईओ ने बताया की यमुना नदी में उतरने वाले इस क्रूज का नाम “गरुण क्रूज” रखा गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की गरुण हिंदू परंपरा का एक पौराणिक पक्षी है। और गरुण भगवान विष्णु का वाहन भी है, गरुण आकाश में बहुत तेज गति से उड़ने में सक्षम होते थे हालाँकि गरुण प्रजाति अब दुनिया में अस्तित्व में नहीं हैं। गरुण दिव्य शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसीलिए इस क्रूज को गरुण नाम दिया गया है।यह क्रूज 50 फीट लंबा, 17 फीट चौड़ा और 15 फीट ऊँचा हैं जिसमें 100 से भी ज़्यादा पर्यटक एक बार में बैठने की सुसीधा दी गई है।

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यमुना नदी में जलमार्ग (Water-Way on Yamuna River) बनाने पर भी चर्चा हो रही है 

बंदरगाह पोत- परिवहन एवं जलमार्ग  केंद्रीय मंत्री (सेंट्रल मिनिस्ट्री ऑफ़ पोर्ट्स, शिपिंग एंड वाटर-वे) सर्बानंद सोनोवाल ने कहा धार्मिक टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए मथुरा, वृंदावन, और आगरा के लिए वाटर-वे बनाना चाहिए। आगरा में आने वाले राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बनेगा और इंटरनेशनल टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। जिसके लिए उन्होंने हाल हीं में सीएम योगी आदित्यनाथ से चर्चा की है, इस प्रोजेक्ट को हरि झंडी मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

Papmochani Ekadashi 2024: पापमोचनी एकादशी कौन सी तारीख को पड़ रही है? एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त, व्रत की पूरी विधि

मथुरा-वृंदावन क्रूज का कितना रहेगा किराया

सर्वप्रथम काशी में क्रूज सेवा शुरू होने के बाद अब गरुण क्रूज को यमुना नदी में मथुरा-वृंदावन के सभी तीर्थ स्थान, प्राचीन मंदिरों और पर्यटन स्थलों की यात्रा करने के लिए उतारा गया है, यह क्रूज सेवा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है, जिससे केवल भारत देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आकर हमारी देश की संस्कृति को जाने समझे और इसका आनंद लें, मथुरा-वृंदावन का क्रूज सफ़र 14 किलोमीटर का फ़ासला तय करेगा। जिसका किराया अलग-अलग श्रेणियों में होने के कारण कुछ 5000 रुपए तक रहने की संभावना है।

अप्रैल में चैत्र नवरात्रि 2024 नवमी कब है, जानें तारीखें, शुभ मुहूर्त और किस दिन करें किस देवी की पूजा

दो हल वाला गरुण क्रूज दुबई से मंगाया गया है, कितनी लागत से बना है  

गोकुल से वृंदावन तक की यात्रा कराने के लिए यमुना नदी में उतारा गया गरुण क्रूज क़रीब 4 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है। गरुण क्रूज को दुबई से गुजरात के कांडला बंदरगाह से जलमार्ग के रास्ते लाया गया है। बंदरगाह से मथुरा तक इसको ट्रक के माध्यम से लाया गया है। इस क्रूज की लंबाई 50 फीट, चौड़ाई 17 फीट और ऊँचाई 15 फीट लगभग हैं। इसकी ख़ास बात है कि यह क्रूज को चलने के लिए केवल एक मीटर गहराई के पानी की ज़रूरत होगी क्योंकि यह गरुण क्रूज कैटामरीन श्रेणी का है जिसमें दो हल होते है, दो हल होने के कारण ही यह कम पानी में भी सुविधापूर्वक चलने में सक्षम हो पाएगा।

Papmochani Ekadashi 2024: पापमोचनी एकादशी कौन सी तारीख को पड़ रही है? एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त, व्रत की पूरी विधि

Papmochani Ekadashi April 2024 : पापमोचनी एकादशी के व्रत से होते हैं भगवान विष्णु खुश, करते हैं हर मनोकामना पूरी

Papmochani Ekadashi April 2024 : हमारे हिंदू धर्म में एकादशियों का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है। कहते हैं कि एकादशी का व्रत रखने से विष्णु भगवान प्रसन्न होते हैं। इसलिए भारत में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है। पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की तिथि यानी इस महीने 5 अप्रैल को पापमोचिनी एकादशी है, महीने की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की तिथि के दिन यह व्रत रखा जाता है। बताते हैं, की पापमोचिनी का व्रत अगर आप पूरी श्रद्धा भाव से रखते हो तो भगवान विष्णु आपसे खुश होकर आपके सारे पापों को मिटा देते हैं, और आपके जीवन में सुख समृद्धि की कभी कमी नहीं होने देते। 

अगर आप भी पापमोचिनी एकादशी का व्रत रखकर भगवान विष्णु को खुश करना चाहते है। और अपने सभी पापों से मुक्ति पाना चाहते है तो इस व्रत की पूरी विधि जान लीजिए–

पापमोचिनी एकादशी के दिन सुबह उठते ही भगवान विष्णु का ध्यान करें, घर के कामों को निपटाने के बाद गंगा जल पानी में मिलकर उससे स्नान करें। इस दिन पीले वस्त्र पहनने का महत्व है तो पीले वस्त्र धारण करें। मंदिर में घी का दिया जलाकर फल, फूलमाला, रोली, मिठाई आदि से भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा करें। पापमोचिनी एकादशी व्रत की कथा को कहें बाद में भवान विष्णु की आरती के साथ पूजा को विराम दे। पूरे दिन व्रत रखें शाम को मंदिर में आरती गाने के उपरांत फलाहार करें। अगले दिन नहा धोकर, ब्राह्मण को दान दक्षिणा देने के उपरांत अपने व्रत को खोले।

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पापमोचिनी एकादशी व्रत को रखने पर आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना है और उनको नहीं करना है 

1 – यह तो हम बचपन से सुनाते आये हैं की आज एकादशी है चावल नहीं बनेंगे, शादी में गये तो पता चला की आज एकादशी है छोले के साथ चावल नहीं खा सकते। तो पापमोचिनी एकादशी के व्रत अगर आप रखते हो तो आपको चावल का सेवन नहीं करना बल्कि घर में ही चावल नहीं बनाना चाहिए। ऐसा मानना है कि, एकादशी के दिन चावल खाने से अगले जन्म में आपको रेंगने वाले कीड़े का जन्म मिलता है। 

2 – पापमोचिनी एकादशी व्रत रखते हैं तो घर में तामसिक खाना नहीं बनाना चाहिए। प्याज़ – लहसुन का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए और घर में मदिरा-पान भी इस व्रत में वर्जित होती है।

3 – पापमोचिनी एकादशी व्रत के दिन घर में अच्छी साफ़-सफ़ाई होनी चाहिए। किसी भी तरह की धूल-मिट्टी घर में नहीं होनी चाहिए। पूजा के स्थान को सुबह ही साफ़ कर लेना चाहिए। जिससे आपका मन शांत एवं सकारात्मक रहे किसी भी तरह की नकारात्मक ख़याल मन में नहीं लाना है नाहीं किसी के लिए बुरा भला कहना चाहिए।

4 – जब आप पापमोचिनी एकादशी व्रत को रखते हैं तो अगले दिन दान करना बताया गया है तो आप व्रत खोलने से पहले किसी ग़रीब को अपनी श्रद्धा के अनुसार दान देने के उपरांत ही भोजन ग्रहण करें।

अप्रैल में चैत्र नवरात्रि 2024 नवमी कब है, जानें तारीखें, शुभ मुहूर्त और किस दिन करें किस देवी की पूजा

पापमोचिनी एकादशी कब है, एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त

जैसा की आपको ऊपर बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की कृष्ण पक्ष की तिथि के दिन पामोचिनी एकादशी होती है, हालाँकि यह तिथि 04 अप्रैल की शाम 4:15 से शुरू हो जाएगी और 5 अप्रैल दोपहर 1 बजे क़रीब इसका समापन है। इसलिए पंचांग के अनुसार आपको पापमोचिनी एकादशी का व्रत 5 अप्रैल को रखना है और उसके अगले दिन 6 अप्रैल को ब्राह्मण को खाना खिलाने व दान दक्षिणा देने के उपरांत अपना व्रत खोलना है।

जानिए, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रेस्टोरेंट एंड कैफे कौन सी कंपनी बना रही है?

Noida International Jewar Airport : NIAL जेवर एयरपोर्ट ने दिया HMSHost को कैफ़े, रेस्तरां चलाने का ठेका, सितंबर में उड़ान के साथ खाने-पीने की भी पूरी सुविधा देनें का निश्चय 

Noida International Airport (NIA) : NIAL (जेवर एयरपोर्ट) एयरपोर्ट पर खाने-पीने की व्यवस्था कराने का ठेका अमेरिका की हवाई-अड्डों पर F&B की सर्विस देने वाली कंपनी को दे दिया है। इस कंपनी की क्वालिटी पर कोई संदेह नहीं है। यह कंपनी भारत में अपना योगदान पिछले 17-18 सालों से देती आ रही है। 

Noida Airport News: जैसा की NIAL (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड) की 19 वीं बैठक में YEIDA के सीईओ अरूणवीर सिंह ने बताया था की नोएडा एयरपोर्ट का लगभग 80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। जून तक ट्रायल रन भी कर लिया जाएगा और और पूरी उम्मीद जतायी की सितंबर तक हवाई उड़ाने शुरू हो जायेंगी। अब एक नयी बड़ी खबर सामने आई की कैफ़े, रेस्तराँ का ठेका भी NIAL ने HMSHost को दिया है। सितंबर से पहले एयरपोर्ट पर खाने-पीने का बंदोबस्त भी NIAL द्वारा पूरा करा लिया जाएगा।

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HMSHost : आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, HMSHost एक अमेरिका की राजमार्ग व हवाई-अड्डों पर खाना प्रोवाइड कराने वाली कंपनी है। अब यह कंपनी भारत में भी अपनी सर्विस प्रोवाइड कराती है। यह कंपनी सबसे पहले बैंगलोर इंटरनेशनल हवाईअड्डे पर अपनी सर्विस देने के लिए 2006 में आयी थी। आज यह कंपनी 49 स्टोरों के 6 हवाई अड्डों पर अपनी एफएंडबी सर्विस दे रही है। इस कंपनी ने भारत में एयरपोर्ट डाइनिंग फील्ड में ख़ुद को अच्छे से ढाल लिया है। इस कंपनी ने लगभग सारे खाने के ब्रांड्स से टाई-अप करके भारत एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए प्रोवाइड की है। इस कंपनी का काम पिछले सालों में बहुत अच्छा रहा है जिसके चलते Noida Jewar Airtport पर इस कंपनी की ही सर्विस शुरू करने का ठेका NIAL ने HMSHost को सौंपा है। क्योंकि यह कंपनी इतने सालों से भारत में अपनी सर्विस देते हुए भारतीय लोगों के टेस्ट से अच्छे से वाक़िफ़ हो गई है। 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कब शुरू होगा?
 

नोएडा एयरपोर्ट से हवाई यात्रा सितंबर से शुरू हो जायेंगी 

जेवर एयरपोर्ट न्यूज़: नोएडा एयरपोर्ट जून के अंत तक ट्रायल रन होने की पूरी उम्मीद है। उसी के साथ सितंबर 2024 से हवाई यात्रा भी शुरू कर दी जायेंगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को देश का सबसे बेहतर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी एयरपोर्ट बनाने की परियोजना भी तैयार है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। इसके साथ ही 3900 मीटर लंबा रनवे भी बनकर तैयार हो चुका है। जून के अंत तक हो सकता है ट्रायल रन, अब तक कुल बजट का 10,056 करोड़ में से 7371.51 करोड़ रुपए का खर्चा आ चुका है।

Noida Airport Ticket Booking Date News

लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे रहेगा बंद, यूपी में दौड़ेंगे लड़ाकू विमान

Agra Lucknow Expressway: 302 किलोमीटर के लखनऊ एक्सप्रेस-वे को रखा जाएगा ब्लॉक, 6 और 7 अप्रैल को फाइटर जेट मिराज, सुखोई, जगुआर अभ्यास के लिए उतरेंगे 

Lucknow News: 1 से 10 अप्रैल तक लखनऊ एक्सप्रेसवे की उन्नाव हवाई पट्टी को बंद रखा जाएगा, सर्विस रोड के ज़रिए वाहनों को पास किया जाएगा। ऐसा लड़ाकू विमानों के अभ्यास को लेके चलते होगा। यह अभ्यास कुछ 3-4 घंटे के लिए 1 से लेकर 10 अप्रैल तक कराया जाएगा। इस अभ्यास कार्यक्रम को आप जन भी आराम से देख सकेंगे।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: 6 लेन चौड़ा और 302 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में बनके तैयार हुआ था। 21 नवम्बर 2016 में उन्हीं के द्वारा इसका उदघाटन कराया गया था। इस एक्सप्रेसवे को यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा भीड़भाड़ भरी सड़कों व पोल्युशन से बचने, व सबसे अहम आगरा और लखनऊ की दूरी को कम करने के लिए बनाया गया था।

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भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान, बांगरमऊ और उन्नाव में बनी साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर अभ्यास के लिए उतारे जाते है। ऐसा पहले भी हो चुका है जिसके चलते कुछ दिन के लिए इस दुर्तमार्ग को कुछ दिन के लिए बंद रखा जाता है। लेकिन लोगों की यात्रा इससे प्रभावित नहीं होगी, सर्विस रोड के ज़रिए वाहन चालक अपनी लखनऊ एक्सप्रेसवे के सफ़र को पूरा कर पायेंगे। इस बार 6 और 7 अप्रैल को जगुआर, मिराज-2000, सुखोई-30 के अलावा हरक्यूलिस समेत अन्य माल विमानों की रिहर्सल लैंडिंग करायी जाएगी। इनकी रिहर्सल देखना अपने आप में बहुत अच्छा महसूस करना है क्योंकि यह फाइटर जेट भारत के सबसे पावरफुल लड़ाकू विमान है। 

सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा, रन-वे के दोनों तरफ़ लगायी जाएगी बैरिकेडिंग 

बांगरमऊ, उन्नाव हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों को उतारने से पूर्व सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। हवाई पट्टी के दोनों तरफ़ बेरीकैडिंग लगायी गई है, जिससे कोई जानवर या पशु अंदर ना आ पाये। प्रेशर पानी की मशीनों द्वारा पूरी लेन को अच्छे से साफ़ किया जाएगा ताकि कोई धूल मट्ठी का कण ना रहें। 

यातायात वहनों के लिए दूसरा रूट प्लान बन रहा है

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे के विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि 6 और 7 को किसी भी वाहन को एक्सप्रेसवे के बांगरमऊ की सीमा को क्रॉस नहीं करने दिया जाएगा। 1 से 10 अप्रैल तक भारी वाहनों को छोड़कर छोटे वाहनों को दूसरे सर्विस लेन से निकाला जाएगा। दिल्ली से लखनऊ, पश्चिम बंगाल, बिहार, पूर्वांचल यातायात यात्रियों को दिक़्क़त ना हो उसके लिए दूसरा रूट प्लान तैयार किया जा रहा है। 

Dassault Mirage-2000, Sukhoi Su-30MKI भारत के सबसे पावरफ़ुल विमान है 

मिराज-2000 और सुखोई-30 की गिनती भारत के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमानों में की जाती है। मिराज- 2000 को डेसॉल्ट से जानकारी लेके भारत में इसको बनाया गया था। 14 जनवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में की गई सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम इसी फाइटर जेट के द्वारा किया गया था। सुखोई-30 की बात की जाये तो यह फाइटर जेट दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल को दागने की क्षमता रखता है। यह दोनों फाइटर जेट भारत के सबसे पावरफुल और डेंजरस विमान है। इनकी रिहर्सल को देखना बहुत ही अद्भुत दृश्य होगा। जोकि बांगरमऊ और उन्नाव के लोकल लोग भी आसानी से देख सकेंगे। 

13 या 14 आखिर कब है बैसाखी और क्यों मनाई जाती है? जाने सही तारीख, शुभ मुहूर्त और महत्व

Baisakhi Festival 2024 : रबी की फसल पकने की सौगत लेकर आता है बैसाखी, पूरे देश में धूम-धाम से मनाये जाने वाला यह त्योहार का सही दिन जान लीजिए 

बैसाखी पर्व 2024 : वैशाख में आने वाला पर्व बैसाखी सिखों के बड़ा ही अनमोल व उनके दिलों के बहुत क़रीब है। क्योंकि यह पर्व फसल के सुरक्षित पकने की ख़ुशी में प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। यह पर्व हर साल 13 या 14 अप्रैल को पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। इस बार 2024 में  बैसाखी पर्व 13 अप्रैल को पूरे भारत देश में धूम-धाम से मनाया जाएगा ।

बैसाखी त्योहार सिखों के दिल के इतना क़रीब क्यों है 

बैसाखी, सिख धर्म में इतना प्रचलित क्यों है इसके पीछे का इतिहास बहुत महत्वपूर्ण है। जब मुग़ल शासक औरंगज़ेब का अत्याचार दिन-पे-दिन बढ़ता जा रहा था। हद तो तब हो गई जब सिख समुदाय के गुरु तेग़ बहादुर जी को धर्मपरिवर्तन ना करने  के जुर्म में औरंगज़ेब ने दिल्ली के चांदनी चौक में उनका सिर कलम करवा दिया था। तब गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा समुदाय की स्थापना की जिसका उद्देश्य शांति बनाये रखना और नेकी के रास्ते पर चलना था। तो इस तरह खालसा समुदाय की स्थापना व सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद जी का राज्याभिषेक दोनों बैसाखी के दिन शुरू हुए इसलिए भी बैसाखी सिखों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है। 

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बैसाखी पर्व को मेष संक्रांति भी कहा जाता है, इस त्योहार को कैसे मनाया जाता है 

यह दिन हिंदू धर्म में भी बहुत मान्य है। ऐसा माना जाता है कि, बैसाखी पर्व  के दिन सूर्य मेष राशि में संक्रमण करता है इसलिए इसको मेष संक्रांति भी कहा जाता है।  इस दिन गंगा स्नान का भी बहुत महत्व होता है हिंदू लोग भारी संख्या में गंगा स्नान के लिए जाते है। हरिद्वार और ऋषिकेश में इस दिन मेला भी लगता है। सिख समुदाय का इसको मनाने का तरीक़ा अलग है वे लोग सुबह नहा-धोकर नये कपड़े पहन कर गुरुद्वारे में माथा टेकने के लिए जाते है। दिन में मक्के की रोटी और सरसों का साग के अलावा कई तरह के पकवान बनाये जाते है। शाम को फसल के पकने की ख़ुशी में आग लगाकर उसके चारों तरफ़ अपना  पारंपरिक लोक नृत्य भांगड़ा पुरुषों और गिद्दा महिलाओं द्वारा किया जाता है। 

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बैसाखी से होती है सिखों के नये वर्ष की शुरुआत, नगरों में निकाला जाता है जुलूस 

सिखों के नये वर्ष की शुरुआत बैसाखी के दिन से शुरू होती है। सिख कैलेंडर के अनुसार, 30 मार्च 1699 के दिन से सिखों के नये वर्ष की शुरुआत होती है। इस तरह बैसाखी का त्योहार सिखों के लिए कई कारणों के चलते बहुत ख़ास होता है। इसके अलावा गुरुद्वारों को भी सजाया जाता है और नगर में गुरु गोविंद जी और पंच-प्यारों के सम्मान में कीर्तन व जुलूस का आयोजन भी किया जाता है। जिसका नेतृत्व पाँच खालसा जोकि गेरुआ वस्त्र धारण किए पंच-प्यारों के रूप में होते है, उनके द्वारा किया जाता है।

एनसीआर की तर्ज पर बनेगा ग्रेटर अलीगढ़, खैर रोड पर सात गांव की जमीन से बनेगी इंटीग्रेटेड टाउनशिप

Aligarh Development Authority: ADA को वित्तीय वर्ष के समाप्त होते ही मिली 200 करोड़ रुपए की धनराशि,  लैंड पुलिंग नीति से बनायी जायेंगी ख़ैर में यह कॉलोनी, भूमि अधिग्रहण में किसानों को 4 गुना मुआवज़ा दिया जाएगा 

Aligarh Newsअलीगढ़ विकास प्राधिकरण (ADA) को वित्तीय वर्ष के ख़त्म होते ही 200 करोड़ रुपए की बड़ी धनराशि ख़ैर में आवासीय कॉलोनी बनाने के लिए मुहिया करा दी गई है। इस प्रोजेक्ट में बनाने में लगभग 700 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया था। जिसमें 100 करोड़ रुपए की धनराशि शासन से पहले ही ली जा चुकी थी। बस इसका डीपीआर बनने का इंतज़ार किया जा रहा था जोकि अब बन चुका है।

अलीगढ़ में विकास तो इस समय गगन चूमता हुआ सा मालूम हो रहा है। अलीगढ़ एयरपोर्ट, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, डिफ़ेंस कॉरिडोर, राजा महेंद्र प्रताप यूनिवर्सिटी जैसे बड़े-बड़े प्रोजेक्ट पर तेज़ी से काम चल रहा है। लगता है एनसीआर का अलीगढ़ तक कनेक्ट होना ज़्यादा दूर नहीं। ऐसे में बाहर से भी लोग ग्रेटर अलीगढ़ में शिफ्ट होना शुरू होंगे, नये-नये निवेश होंगे, लोगों को नौकरियाँ मिलेंगी, तो उनके रुकने का इंतज़ाम भी ADA तेज़ी से करने की कोशिश में लगा हुआ है।

ख़ैर में कहा बनाई जाएगी आवासीय कॉलोनी, कितने गाँव से ली जाएगी ज़मीन  

खैर और जट्टारी के मध्य स्थित सुजानपुर गाँव में इस कॉलोनी को बनाया जाएगा। जिसके लिए 325 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा।अब तक 100 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण एडीए कर चुका है। सुजानपुर समेत पांच गांव  जतनपुर, जिरौली डोर, रुस्तमपुर अखन, अटलपुर, ल्हौसरा आदि से एडीए भूमि अधिग्रहण करेगा। बताया जा रहा है कि किसानों को उनकी भूमि का 4 गुना मुआवज़ा दिया जाएगा जिसमें कुल 700 करोड़ रुपए का खर्च भूमि अधिग्रहण में ही लगेगा। बाकि 90 से 100 करोड़ रुपए की लागत कालोनी को विकसित करने में लगायी जाएगी।

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इस कॉलोनी में आवासीय, औद्योगिक प्लॉट के साथ-साथ पार्क के लिए भी हिस्सा निकाला जाएगा

इस योजना के तहत ईडब्ल्यूएस व व्यावसायिक प्लॉट भी निकाले जायेंगे। जिसे अलीगढ़ के साथ-साथ और पास की जगहों से निवेश के लिए ख़रीदा जा सकेगा। इन आवासीय कॉलोनी का लगभग 15 प्रतिशत हिस्सा पार्क व हरियाली के लिए रखा जाएगा। जिससे एक शुद्ध वातावरण वहाँ रहने वाले लोगों को मिल सके।

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लैंड पुल्लिंग प्रोसेस से इस प्रोजेक्ट को बनाया जाएगा

लैंड पुल्लिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें भू स्वामी अपनी स्वेच्छा से ज़मीन सरकार को हस्तांतरित करता है सरकार उस पर निर्माण कार्य करती है उसके बाद उस ज़मीन का कुछ हिस्सा, भूमि मानदंडों के आधार पर भू स्वामी को वापस कर दिया जाता है। जिसे वह चाहे तो अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए रख सकता है या फिर उसको बेच सकता है। अधिकारियों द्वारा यह स्पष्ठ किया गया है कि यह आवासीय कॉलोनी इसी लैंड पुल्लिंग नीति के द्वारा बनायी जायेंगी और बाद में ज़मीन का 25 प्रतिशत हिस्सा भू स्वामी को वापस कर दिया जाएगा।

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